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त्याग और तपस्या से ही प्रेम का अर्थ है, बिना प्रेम और समर्पण के सबकुछ व्यर्थ है ..!!

  • लेखक की तस्वीर: ELA
    ELA
  • 2 सित॰ 2022
  • 1 मिनट पठन

त्याग और तपस्या से ही प्रेम का अर्थ है, बिना प्रेम और समर्पण के सबकुछ व्यर्थ है ..!!



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