कुछ तो बिखरा बिखरा सा है ख्वाब ख्वाहिश या मेरा मन
- ELA
- 6 days ago
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कुछ तो बिखरा बिखरा सा है,ख्वाब, ख़्वाहिश या मेरा मन..!! 💫
कभी अधूरी रह जाती हैं बातें,कभी उलझे से लगते हैं रास्ते.. 🚶♂️🌿मन की उलझनों में गुम हो गए,चाहतें, सपने या बीते लम्हें..! 💔✨
कभी ख्वाबों की चुभन,कभी ख़्वाहिशों की उलझन..सोचता हूँ आखिर क्या टूटा है,किसका भार दिल ने झेला है..!! 😔💭
शायद कोई अधूरी तमन्ना है,या फिर खुद से ही कोई अनबन..!! 💙😶

कुछ तो बिखरा बिखरा सा है ख्वाब ख्वाहिश या मेरा मन
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