ज़िंदगी कोई Pendrive नहीं कि मनपसंद गानें बजाए जाए.!ज़िंदगी तो Radio जैसी है कब कौन-सा गाना बज जाए पता ही नहीं चलता..!!
- ELA
- 4 hours ago
- 1 min read
हम अक्सर चाहते हैं कि सब कुछ हमारे मुताबिक हो —हर मोड़, हर रिश्ता, हर मंज़िल...जैसे प्लेलिस्ट में अपने फेवरेट सॉन्ग्स चुन लेते हैं।
लेकिन ज़िंदगी वैसी नहीं चलती।
ये Radio है, दोस्त!कभी अचानक कोई पुरानी याद बज जाती है,तो कभी कोई नया सुर दिल छू जाता है।कभी बेवजह हँसी आ जाती है,तो कभी बिना इत्तला के आँसू बह निकलते हैं।
यही इसका जादू है...अनप्रेडिक्टेबल, अनप्लान्ड, लेकिन असली।
तो शिकायतें छोड़ो,हर गाने को सुनो —कभी सीख मिलेगा,कभी सुकून।
क्योंकि यही ज़िंदगी है,और यही इसकी खूबसूरती भी। 🎶✨
ज़िंदगी कोई Pendrive नहीं कि मनपसंद गानें बजाए जाए.!
ज़िंदगी तो Radio जैसी है कब कौन-सा गाना बज जाए पता ही नहीं चलता..!!

Comments